Thursday, June 5, 2008

कोकम और कोकम कढी

कोकम गोवा मे मिलने वाला एक फल है आम तौर पर ये फल मीठा होता है पर बाजार मे ताजा कोकम का फल हमेशा क्या मिलता ही नही हैपर हाँ इसी फल को काट कर नमक लगा कर सुखा दिया जाता है और ये सूखा हुआ कोकम बाजार मे हर जगह मिलता है फ़िर वो चाहे सब्जी मंडी हो या कोई ग्रोसरी की दुकान

सब्जी मंडी मे इसे तौल कर नही देते है दुकानदार एक डिब्बा रखते है वही डिब्बा नपना है अंदाजन २०-२५ रूपये मे २०० ग्राम आता हैइसका रंग बहुत ही गाढा बैगनी सा या कह सकते है की कुछ-कुछ काला -भूरा सा होता है पर हाँ ग्रोसरी की दुकान मे ये पैक किया हुआ मिलता हैदाम मे कुछ ज्यादा फर्क नही होता है

चलिए लगे हाथ कोकम कढ़ी भी बता ही देते हैहो सकता है कि आप लोगों ने ये नाम पहले नही सुना हो वैसे हमने भी गोवा आकर ही इसके बारे मे जाना है गोवा मे कोकम कढी बहुत ही मशहूर है कोकम कढी को बनाना बहुत ही आसान है जितने ग्लास बनाना हो उस हिसाब से कोकम लेते है ग्लास बनाने के लिए

सामग्री--
कोकम -- - टुकड़े
नमक- स्वादानुसार
हींग --एक चुटकी (ओप्शनल)
हरा धनिया --- पत्ती

विधि-- सबसे पहले थोड़ा सा पानी गरम कर ले पर उबाल नही फ़िर उसमे कोकम डाल कर -१० मिनट छोड़ दे इसमे हींग,नमक मिला ले और बस छान ले बस तैयार है कोकम कढी. और जब ग्लास मे डाले तो ऊपर से - धनिया पत्ती के कटे हुए टुकड़े डाल दे

नोट-- इसे ठंडा या गरम दोनों तरह से पी सकते हैकोकम को पाचक के तौर पर यहाँ के लोग पीते है

कोकम फल के बारे मे जानकारी अगली बार

10 comments:

mehek said...

wah ye to bahut mast receipe hai,kokum kadi heard for first time will try sure

मैथिली गुप्त said...

फल का तो पता नहीं था पर हम तो सूखा ही कोकम ले आते हैं और जलजीरा जैसा पेय बनाते हैं.

ghughutibasuti said...

धन्यवाद। बना कर देखूँगी।
घुघूती बासूती

कुश said...

जोश फिल्म के गाने में सुना था "मैने उसे बुलाया कोकम कढी खिलाया"
आपने रेसीपी भी बता दी..

रंजू भाटिया said...

वाह बहुत अच्छी जानकारी ...मेरे पास कोकम का शरबत है इसके क्या क्या फायदे हैं बताये यह विधि तो अच्छी लगी बना के देखते हैं शुक्रिया

Abhishek Ojha said...

शरबत तो यहाँ पुणे में भी हर जगह मिलता है... कढ़ी कभी सुना नहीं था इससे पहले.

Ramesh Ramnani said...

यह मेरे लिये नई जानकरी है कि यह गोवा की पैदाइश है। हम सिन्धी लोग इसको सिन्धी कढ़ी, दाल मे बहुत प्रयोग में लाते है। मैं कोकम अहमदाबाद, अजमेर, मुम्बई तथा जंहा पर भी सिन्धी जन बहुतायत में रहते है वंहा से मगाया करता था। मै इसके फल तथा इसके पेड़ के बारे मे जानने का उत्सुक रहूंगा।

रमेश रामनानी

Udan Tashtari said...

चलिये आपसे एक नई कढ़ी के बारे में जाना. पहले कभी नहीं सुना था.

अजित वडनेरकर said...

मेरे घर में कोकम तो बरसों से आता है(श्रीमतीजी भी कोंकणी की हैं)मगर इतनी जानकारियां पहली बार मिलीं। अगली कड़ी की प्रतीक्षा है। तब तक अपने स्तर पर कुछ और जानकारियां जुटाता हूं। आपने दिलचस्पी जगा दी है। नमक के साथ सुखाया हुआ कोकम मुंह में रखना भी अच्छा अनुभव है।

Jyoti said...

कोकम बाज़ार में देखा भर था...
आपका बहुत बहुत धन्यवाद इससे परिचय करवाने के लिए॥
इस माध्यम की उपयोगिता आप रेखांकित कर रही है। बधाई।