कोकम गोवा मे मिलने वाला एक फल है। आम तौर पर ये फल मीठा होता है पर बाजार मे ताजा कोकम का फल हमेशा क्या मिलता ही नही है।पर हाँ इसी फल को काट कर नमक लगा कर सुखा दिया जाता है और ये सूखा हुआ कोकम बाजार मे हर जगह मिलता है फ़िर वो चाहे सब्जी मंडी हो या कोई ग्रोसरी की दुकान।
सब्जी मंडी मे इसे तौल कर नही देते है दुकानदार एक डिब्बा रखते है वही डिब्बा नपना है अंदाजन २०-२५ रूपये मे २०० ग्राम आता है।इसका रंग बहुत ही गाढा बैगनी सा या कह सकते है की कुछ-कुछ काला -भूरा सा होता है। पर हाँ ग्रोसरी की दुकान मे ये पैक किया हुआ मिलता है।दाम मे कुछ ज्यादा फर्क नही होता है।
चलिए लगे हाथ कोकम कढ़ी भी बता ही देते है। हो सकता है कि आप लोगों ने ये नाम पहले नही सुना हो । वैसे हमने भी गोवा आकर ही इसके बारे मे जाना है । गोवा मे कोकम कढी बहुत ही मशहूर है। कोकम कढी को बनाना बहुत ही आसान है। जितने ग्लास बनाना हो उस हिसाब से कोकम लेते है।२ ग्लास बनाने के लिए
सामग्री--
कोकम -- ४-६ टुकड़े
नमक- स्वादानुसार
हींग --एक चुटकी (ओप्शनल)
हरा धनिया --२-४ पत्ती
विधि-- सबसे पहले थोड़ा सा पानी गरम कर ले पर उबाल नही फ़िर उसमे कोकम डाल कर ५-१० मिनट छोड़ दे। इसमे हींग,नमक मिला ले और बस छान ले ।बस तैयार है कोकम कढी. और जब ग्लास मे डाले तो ऊपर से २-४ धनिया पत्ती के कटे हुए टुकड़े डाल दे।
नोट-- इसे ठंडा या गरम दोनों तरह से पी सकते है।कोकम को पाचक के तौर पर यहाँ के लोग पीते है।
कोकम फल के बारे मे जानकारी अगली बार ।
Thursday, June 5, 2008
कोकम और कोकम कढी
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10 comments:
wah ye to bahut mast receipe hai,kokum kadi heard for first time will try sure
फल का तो पता नहीं था पर हम तो सूखा ही कोकम ले आते हैं और जलजीरा जैसा पेय बनाते हैं.
धन्यवाद। बना कर देखूँगी।
घुघूती बासूती
जोश फिल्म के गाने में सुना था "मैने उसे बुलाया कोकम कढी खिलाया"
आपने रेसीपी भी बता दी..
वाह बहुत अच्छी जानकारी ...मेरे पास कोकम का शरबत है इसके क्या क्या फायदे हैं बताये यह विधि तो अच्छी लगी बना के देखते हैं शुक्रिया
शरबत तो यहाँ पुणे में भी हर जगह मिलता है... कढ़ी कभी सुना नहीं था इससे पहले.
यह मेरे लिये नई जानकरी है कि यह गोवा की पैदाइश है। हम सिन्धी लोग इसको सिन्धी कढ़ी, दाल मे बहुत प्रयोग में लाते है। मैं कोकम अहमदाबाद, अजमेर, मुम्बई तथा जंहा पर भी सिन्धी जन बहुतायत में रहते है वंहा से मगाया करता था। मै इसके फल तथा इसके पेड़ के बारे मे जानने का उत्सुक रहूंगा।
रमेश रामनानी
चलिये आपसे एक नई कढ़ी के बारे में जाना. पहले कभी नहीं सुना था.
मेरे घर में कोकम तो बरसों से आता है(श्रीमतीजी भी कोंकणी की हैं)मगर इतनी जानकारियां पहली बार मिलीं। अगली कड़ी की प्रतीक्षा है। तब तक अपने स्तर पर कुछ और जानकारियां जुटाता हूं। आपने दिलचस्पी जगा दी है। नमक के साथ सुखाया हुआ कोकम मुंह में रखना भी अच्छा अनुभव है।
कोकम बाज़ार में देखा भर था...
आपका बहुत बहुत धन्यवाद इससे परिचय करवाने के लिए॥
इस माध्यम की उपयोगिता आप रेखांकित कर रही है। बधाई।
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